त्रिकोणासन : स्वस्थ शरीर और शांत मन की चाह हर किसी की होती है, लेकिन भागदौड़ और तनाव भरी ज़िंदगी में यह आसान नहीं लगता। ऐसे में योग वह शक्तिशाली साधन है जो आपको संतुलन, शक्ति और मानसिक स्थिरता प्रदान कर सकता है। आज हम बात करेंगे एक बेहद सरल लेकिन अत्यंत प्रभावी योगासन की – Trikonasana।
इस लेख में हम विस्तार से जानेंगे त्रिकोणासन करने की विधि, इसके स्वास्थ्य लाभ, और इसे करते समय बरती जाने वाली सावधानियाँ।
🧘♀️ त्रिकोणासन योग क्या है? (What is Trikonasana in Hindi)
Trikonasana का नाम दो शब्दों से मिलकर बना है – “त्रिकोण” यानी त्रिभुज और “आसन” यानी योग मुद्रा। जब आप इस आसन को करते हैं तो आपका शरीर त्रिकोण (Triangle) की आकृति में आ जाता है, इसलिए इसे Triangle Pose भी कहा जाता है।

✅ त्रिकोणासन करने की विधि (Trikonasana Step-by-Step in Hindi)
✦ स्टेप बाय स्टेप तरीका:
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ताड़ासन में खड़े हो जाएं और अपने पैरों को 3-4 फीट की दूरी पर फैला लें।
👉 (यहाँ देखें: ताड़ासन करने की विधि और लाभ)
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दाएं पैर को 90 डिग्री बाहर की ओर घुमाएं और बाएं पैर को थोड़ा अंदर की ओर मोड़ें।
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दोनों हाथों को कंधों की सीध में फैलाएं, हथेलियाँ नीचे की ओर।
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धीरे-धीरे कमर से झुकते हुए दाईं ओर झुकें और दाहिने हाथ से दाएं पैर या टखने को छूने की कोशिश करें।
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बायाँ हाथ ऊपर की ओर सीधा रखें और निगाहें ऊपर की ओर रखें।
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20–30 सेकंड तक इस स्थिति में रहें और फिर धीरे-धीरे वापस ताड़ासन में आ जाएं।
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अब यही प्रक्रिया बाईं ओर से दोहराएं।
🌟 त्रिकोणासन के लाभ (Benefits of Trikonasana in Hindi)
1. रीढ़ की हड्डी को लचीलापन देता है
यह आसन आपकी पीठ को मजबूत बनाता है और स्पाइन में फ्लेक्सिबिलिटी लाता है।
2. पाचन क्रिया को सुधारता है
यह पेट के अंगों पर हल्का दबाव डालता है जिससे पाचन तंत्र बेहतर काम करता है।
3. मोटापा घटाने में सहायक
पेट, कमर और जांघों पर काम करता है जिससे अनावश्यक चर्बी घटती है।
4. तनाव और चिंता को कम करता है
Trikonasana गहरी सांस लेने को प्रेरित करता है, जिससे तनाव दूर होता है और मन शांत होता है।
5. संतुलन और एकाग्रता बढ़ाता है
यह मुद्रा शरीर के संतुलन और मानसिक फोकस को सुधारती है, जिससे दिनभर की उत्पादकता बढ़ती है।
👉 (संबंधित योगासन: वीरभद्रासन 1 और 2 के लाभ)
⚠️ त्रिकोणासन करने की सावधानियाँ (Precautions of Trikonasana)
❗ किन्हें नहीं करना चाहिए:
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जिन्हें कमर, गर्दन या घुटनों में गंभीर दर्द हो।
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हर्निया, माइग्रेन या लो ब्लड प्रेशर की समस्या हो।
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गर्भवती महिलाएं इस आसन से बचें या डॉक्टर से सलाह लें।
❗ करते समय ध्यान रखने योग्य बातें:
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झुकते समय शरीर पर दबाव न डालें, सहज रूप से करें।
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सांस को रोके नहीं, सामान्य और गहरी श्वास लें।
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दोनों पक्षों पर समान समय के लिए आसन करें।
📅 त्रिकोणासन कब और कितनी बार करें?
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Trikonasana को सुबह खाली पेट करना सबसे बेहतर होता है।
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शुरुआत में दोनों पक्षों से 20–30 सेकंड तक करें।
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जैसे-जैसे अभ्यास बढ़े, इसे 1 मिनट तक बढ़ा सकते हैं।
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इसे सप्ताह में कम से कम 4-5 बार अव
विश्वसनीय स्रोत और सुझाव (Outbound Links):
Trikonasana से जुड़े विस्तृत लाभों और वैज्ञानिक अध्ययन को आप निम्न स्रोतों पर पढ़ सकते हैं:
आयुष मंत्रालय की वेबसाइट — योग और आयुर्वेद से जुड़ी प्रमाणिक जानकारी
Yoga Journal पर Trikonasana Guide — अंतरराष्ट्रीय योग पोर्टल
WHO की शारीरिक स्वास्थ्य गाइडलाइन
🤔 त्रिकोणासन कैसे करे – सामान्य प्रश्न
Q1: क्या Trikonasana वजन घटाने में मदद करता है?
हाँ, यह पेट और कमर की चर्बी कम करने में सहायक होता है।
Q2: क्या इसे हर उम्र का व्यक्ति कर सकता है?
यदि आपको कोई बड़ी शारीरिक समस्या नहीं है, तो हाँ। फिर भी, डॉक्टर या योग विशेषज्ञ से सलाह लेना बेहतर है।
Q3: Trikonasana कितनी बार करें?
हफ्ते में कम से कम 4 दिन और प्रतिदिन 3-4 राउंड करना अच्छा रहता है।
🧘 निष्कर्ष (Conclusion)
Trikonasana योग एक सरल लेकिन प्रभावशाली आसन है, जो आपके शरीर को लचीलापन, ताकत और मानसिक स्थिरता प्रदान करता है। यह सिर्फ शरीर के लिए ही नहीं बल्कि आपके संपूर्ण जीवन के संतुलन के लिए भी जरूरी है। यदि आप योग में नए हैं तो त्रिकोणासन एक आदर्श शुरुआत हो सकता है।
इसे नियमित रूप से करें और स्वास्थ्य में त्रिकोणीय संतुलन पाएँ – शरीर, मन और आत्मा का।
